जिंदगी दिल्लगी है

जिंदगी दिल्लगी है इसे दिल से ना लगा
हर पल का मज़ाक है इसे दिल से ना लगा

जो रूठ जाए ये तुमसे तो समझ
दे रही है ये वजह जीने की
जो रूठ जाए ये तुमसे तो समझ
दे रही है ये वजह जीने की
गर ये रूठ जाए तुमसे इसे दिल से ना लगा

जो ये दे खुशी तो समझ
दे रही है ये ताक़त तुझे फिर से जीने की
जो ये दे खुशी तो समझ
दे रही है ये ताक़त तुझे फिर से जीने की
गर ये खुशी बनकर आए इसे दिल से ना लगा

टूटना बिखरना तो जिंदगी का खेल है
तोड़ कर रख देगी तुझे और फिर कहेगी संभल
टूटना बिखरना तो जिंदगी का खेल है
तोड़ कर रख देगी तुझे और फिर कहेगी संभल
तू टूट कर संभल जा पर इसे दिल से ना लगा

जिंदगी दिल्लगी है इसे दिल से ना लगा
हर पल का मज़ाक है इसे दिल से ना लगा

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